गोपालगंज, निज संवाददाता : जिले का थावे प्रखंड पल्स पोलियों के मामले में सबसे संवेदनशील क्षेत्र हैं, इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बुधवार को समाहरणालय के कौशल विकास केंद्र में हुई पल्स पोलिया उन्मूलन अभियान की समीक्षा बैठक में कुछ इसी तरह के निर्देश दिए गए।
समीक्षा के दौरान 27 मार्च से 3 मार्च तक चलने वाले पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान की तैयारी के हरेक पहलू पर बारीकी से जांच-पड़ताल की गयी। जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल के आदेश के आलोक में अपर समाहर्ता विजय प्रताप सिंह द्वारा बैठक की समीक्षा की गयी। पोलिया उन्मूलन अभियान के इस चक्र में 439087 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। बच्चों को खुराक देने के लिए 999 टीम 385736 घरों का भ्रमण करेगी। 322 सुपरवाइजर को इसके देखरेख के लिए लगाया गया है। समीक्षा के दौरान थावे प्रखंड को सबसे संवेदनशील क्षेत्र बताया गया। समीक्षा बैठक में यह भी मामला सामने आया कि ट्रांजिट टीम द्वारा छूटे हुए बच्चों की जांच नहीं की जाती है। अपर समाहर्ता द्वारा ससमय बीएलटीएफ की बैठक कराने एवं पूर्ण समन्वय के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी को अपने-अपने बच्चों को खुराक पिलाने की अपील भी की गयी।
समीक्षा के दौरान 27 मार्च से 3 मार्च तक चलने वाले पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान की तैयारी के हरेक पहलू पर बारीकी से जांच-पड़ताल की गयी। जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल के आदेश के आलोक में अपर समाहर्ता विजय प्रताप सिंह द्वारा बैठक की समीक्षा की गयी। पोलिया उन्मूलन अभियान के इस चक्र में 439087 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। बच्चों को खुराक देने के लिए 999 टीम 385736 घरों का भ्रमण करेगी। 322 सुपरवाइजर को इसके देखरेख के लिए लगाया गया है। समीक्षा के दौरान थावे प्रखंड को सबसे संवेदनशील क्षेत्र बताया गया। समीक्षा बैठक में यह भी मामला सामने आया कि ट्रांजिट टीम द्वारा छूटे हुए बच्चों की जांच नहीं की जाती है। अपर समाहर्ता द्वारा ससमय बीएलटीएफ की बैठक कराने एवं पूर्ण समन्वय के साथ इस कार्यक्रम को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी को अपने-अपने बच्चों को खुराक पिलाने की अपील भी की गयी।
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Wednesday, February 23, 2011 |



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